Thursday 17 September 2015

पथरी का इलाज ::
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आजकल पथरी के मरीजों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है। मुख्यत दो प्रकार
की पत्थरी होती है।
गुर्दे में और पित्ताशय यानि गाल ब्लैडर में। गुर्दे की पथरी उतनी तकलीफदेह
नही जितनी पित्ताशय की होती है।

आप किसी पंसारी की दुकान से कौड़ी ले आइये जिसके एक तरफ का रंग पीला हो।यह कौड़ी आधी पीली आधी सफेद होती है। वैसे तो अधिकतर कौड़ियाँ सफेद रंग की होती है लेकिन हमे उपरोक्त पीली सफेद ही लेनी है।
अब सुबह के वक्त चीनी मिटटी के बर्तन में सात कौड़ियों को गर्म जल से धो कर रखे ,फिर उपर से दो नीबुओं का रस निचोड़ दीजिये और सुरक्षित रख दीजिये। दुसरे दिन सुबह इस रस को छान कर पीना है |
और उन कौड़ियों पर दुबारा यही क्रिया दोहरानी है।
ऐसा तब तक करना है जब तक यह कौड़ी पूरी घुल न जाए। पूरा लाभ होगा।
कुछ अवशेष रह जाये तो एक माह के बाद यह क्रिया फिर से दोहराई जा सकती है नई कौड़ियों के साथ।
खटाई तली हुई चीजें बैगन ,भिन्डी ,पालक ,टमाटर ,मैदा ,तेज मसालायुक्त और बेकरी उत्पादों का परहेज करना है।

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