2. गर्मी से आंखों में जलन व लालिमा, पेशाब में कमी, रूकावट या पीलापन, अधिक पसीना आना, त्वचा में खुजली या रंग फीका पड़ने जैसी परेशानियो में गुलकंद का इस्तेमाल लाभकारी होता है।
3. गुलकंद से गर्भाशय, आमाशय, मूत्राशय और मलाशय की बढ़ी हुई गर्मी दूर होती है।
4. यह दिमाग और आमाशय की शक्ति को बढ़ाता है। यदि भोजन करने के बाद गुलकंद खाया जाए तो यह दिमाग के लिए लाभदायक होता है।
5. प्रतिदिन 10-15 ग्राम गुलकंद सुबह और शाम दूध के साथ खाने से नकसीर का पुराने से पुराना रोग भी ठीक हो जाता है।
6. उच्च रक्तचाप (हाई ब्लड प्रेशर) से पीडित रोगी को प्रतिदिन 25-30 ग्राम गुलकंद खाने से कब्ज की समस्या नहीं रहती।
7. गुलकंद रक्त विकार दूर करता है।
8. सुबह और शाम इसे खाने से अधिक पसीने व शरीर से बदबू आने की समस्या दूर होती है। पेट साफ रहता है, भूख बढ़ती है और शरीर में ताकत आती है।
9.रोजाना 1-2 चम्मच गुलकंद खाने से एसिडिटी की समस्या दूर होती है। पीरियड के दौरान गुलकंद खाने से पेटदर्द में आराम मिलता है।
10.गुलकंद शरीर के तापमान को नियंत्रित करता है और कब्ज को भी दूर करता है।सीने की जलन और हड्डियो के रोगो में लाभकारी है, सुबह-शाम एक-एक चम्मच गुलकंद खाने पर मसूढ़ों में सूजन या खून आने की समस्या दूर हो जाती है।
No comments:
Post a Comment