Wednesday 21 October 2015

माहवारी (पीरियड्स) में अधिक रक्त स्राव होने पर ::
``````````````````````````````````````````````````````

कई महिलाओं और लड़कियों को पीरियड्स के दौरान बहुत ज्‍यादा ब्‍लीडिग होती है।
अगर एक दो घंटे के अन्दर पैड बदलना पड़ रहा है या माहवारी एक हफ्ते से ज्यादा समय तक रहती है, तो यह अति रक्‍तस्राव माना जाता है। अक्सर फाइब्रायड, रसौली, ट्यूमर जैसी बीमारियों के कारण भी माहवारी में अधिक रक्‍तस्राव होता है। लड़कियों में भारी माहवारी का कारण कुछ समय के लिए हार्मोन में होने वाला बदलाव होता है। अधिक उम्र की महिलाओं में रजोनिवृत्ति के कारण होने वाले हार्मोन असंतुलन से भारी माहवारी हो सकती है।

बबूल

इस तरह की समस्‍या होने पर बबूल का गोंद को घी में भून कर पीस लें अब इसमें बराबर वजन में असली सोना गेरू पीसकर मिला कर तीन बार छान कर शीशी में भर लें। पीरियड्स के दिनों में सुबह शाम 1-1 चम्मच चूर्ण ताजे पानी के साथ लेने से अधिक मात्रा में स्राव होना बन्द हो जाता है।

अदरक

कुछ मिनट पानी में अदरक को उबालकर तैयार मिश्रण मासिक धर्म में अत्‍यधिक प्रवाह को रोकने में मदद करता है। इस मिश्रण को आप चीनी या शहद की मदद से मीठा भी कर सकते है। इस मिश्रण को आप भोजन करने के बाद दिन में तीन बार ले सकते हैं।

दालचीनी

एक कप उबलते पानी में दालचीनी की एक स्टिक द्वारा तैयार चाय पीरियड्स में होने वाला अति रक्तस्राव के लिए बहुत ही प्रभावी घरेलू उपाय है। आप वैकल्पिक रूप से इसमें दालचीनी की छाल से निकली कुछ बूंदों को भी मिला सकते हैं। दिन में दो बार इसका इस्‍तेमाल भारी माहवारी रक्‍तस्राव को रोकने में मदद करता है।

सरसों के बीज

40 ग्राम सरसों के सूखे बीज लेकर उन्‍हें पीसकर बारीक पाउडर बना लें। अत्‍यधिक रक्‍तस्राव की परेशानी से बचने के लिए इसमें से 2 ग्राम सरसों के बीज का पाउडर लेकर दिन में दो बार दूध के साथ मासिक धर्म से पहले या दौरान लें। यह भारी पीरियड्स को रोकने का एक प्रभावी घरेलू उपाय है।

धनिया

आधा लीटर पानी में लगभग 6 ग्राम धनिया के बीज डालकर खौलाएं और इसमें शक्‍कर मिला लें। मासिक चक्र के दौरान
इस काढ़े का सेवन अत्यधिक रक्तस्राव को रोकने के सबसे अच्छे घरेलू उपचारों में से एक है।

अजवायन के फूल

अजवायन के फूल व पत्तियों द्वारा तैयार चाय मासिक धर्म के दौरान अत्यधिक माहवारी रक्तस्राव को रोकने में बहुत प्रभावी होती है। एक कप पानी में एक चम्‍मच अजवायन के फूल की पत्तियों डालकर 10 मिनट के लिए उबालकर लेवे । अजवायन की चाय को बर्फ क्‍यूब के साथ मिलाकर माहवारी के दौरान भारी रक्‍तस्राव की गिरफ्त में आने पर पेट पर ठंडा सेक करने के रूप में भी इस्‍तेमाल किया जा सकता है।

केले के फूल

पके हुए केले के फूल के साथ दही का एक कप खाने से प्रोजेस्‍टेरोन बढ़ने लगता है, जिससे अत्‍यधिक रक्‍तस्राव पर नियंत्रण में मदद मिलती है। माहवारी के दौरान अत्‍यधिक रक्तस्राव के लिए एक प्रभावी प्राकृतिक उपाय है।

अशोक की छाल

लगभग 50 ग्राम अशोक की छाल को 2 कप पानी में तब तक खौलाएं जब तक कि यह आधा शेष न जाये। इस काढ़े को ठंडा होने पर प्रतिदिन एक गिलास पीने से तेजी से फायदा होता है।

अंजीर

अंजीर की ताजा और कोमल पत्तियों से तैयार रस भारी रक्‍तस्राव को रोकने में कारगर होता है। मासिक धर्म चक्र के दौरान एक दिन में दो बार लिया अंजीर का रस अत्यधिक माहवारी रक्तस्राव के लिए एक प्रभावी उपचार है। इस काढ़े को बनाने के लिए एक कप पानी में थोड़ी सी अंजीर की ताजा पत्तियों को लेकर उबाल लें।

तुलसी की जड़ को छाया में सुखाकर पीसकर चुटकी पावडर पान में रखकर खाने से अनावश्यक रक्त स्त्राव बंद होता है।

तिल के बीज, तरबूज के बीज, जई, कोको, कद्दू, स्क्वैश और मैग्नीशियम युक्‍त अन्‍य खाद्य पदार्थों को अपने आहार में शामिल करें।

No comments:

Post a Comment