Wednesday 21 October 2015

अल्‍फा-अल्‍फा ALFALFA ‘पौधों का बाप’ और धरती का वरदान

 अल्‍फा-अल्‍फा ALFALFA ‘पौधों का बाप’ और धरती का वरदान ।
अल्‍फा-अल्‍फा (ALFALFA) धरती का वरदान हैं, आज ढेरो देशी और विदेशी कंपनिया इस पर अनेको अनुसंधान कर चुकी हैं, और इसको सुपर फ़ूड माना गया हैं।

आइये जाने इसके बेहतरीन गुणों बारे में।

अल्‍फा-अल्‍फा विटामिन, मिनरल और अन्‍य पोषक तत्‍वों से भरपूर होता है। यह आपकी हड्डियों को ताकत देने के साथ उनके विकास में भी सहायक होता है। इसके अलावा यह स्‍वस्‍थ शरीर के रख रखाव में महत्‍वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसमें प्रोटीन और विटामिन ए, विटामिन बी 1, विटामिन बी 6, विटामिन सी, विटामिन ई, और विटामिन के होता है। इसके अलावा इसमें कैल्शियम, पोटेशियम, कैरोटीन, आयरन और जिंक भी होता है। इसका सेवन बीज, पत्ते या गोलियों के रूप में लिया जा सकता है।
किडनी की समस्‍याओं, अर्थराइटिस, यूरीन से जुड़ी समस्‍याओं, कोलेस्‍ट्रॉल के स्‍तर, स्‍ट्रोक जैसी कई समस्‍याओं का इलाज करने में इसका इस्‍तेमाल किया जाता है।
अल्‍फा-अल्‍फा को रिजका भी कहते हैं। अल्‍फा-अल्‍फा अरबी शब्‍द है जिसका अर्थ है ‘पौधों का बाप’। अल्‍फा-अल्‍फा की जड़ें जमीन से लगभग बीस से तीस फीट नीचे होती हैं। यहां उन्‍हें वे खनिज लवण मिलते हैं, जो आमतौर पर धरती की सतह पर मौजूद नहीं होते।

अल्फा-अल्‍फा के फायदे

अल्फा-अल्‍फा का इस्‍तेमाल कई स्‍वास्‍थ्‍य स्थितियों के इलाज के लिए किया जाता है। इसे मिनरल का सबसे उच्‍च स्रोत माना जाता है। इसमें मौजूद विटामिन, मिनरल और अन्य पोषक तत्व कई इसे गुणकारी बनाते हैं। किडनी की समस्‍याओं, अर्थराइटिस, यूरीन से जुड़ी समस्‍याओं, कोलेस्‍ट्रॉल के स्‍तर, स्‍ट्रोक जैसी कई समस्‍याओं का इलाज करने में इसका इस्‍तेमाल किया जाता है। आइए इसके फायदों के बारे में जानें।

गठिया के लिए उपचार

हड्डियों के गठन और मजबूत बनाने के लिए मिनरल की आवश्‍यकता होती है। यह आवश्‍यक मिनरल अल्‍फा-अल्‍फा में भरपूर मात्रा में पाया जाता है। इसलिए इसे गठिया के उपचार के लिये बहुत फायदेमंद माना जाता है। अल्‍फा-अल्‍फा (विशेष रूप से इसके बीज से) से बनी चाय गठिया के उपचार में लाभदायक परिणाम देती है।

कैंसर पर कंट्रोल

अल्फा-अल्‍फा – रिजका में मौजूद एक एमीनो अम्ल पैंक्रियाटिक, ल्यूकेमिया और कोलन कैंसर के मुकाबले के लिए अच्छा होता है।

डायबिटीज में अल्‍फा-अल्‍फा का प्रयोग

अल्‍फा-अल्‍फा ब्‍लड शूगर के स्‍तर को कम करने के लिए भी जाना जाता है। इसलिए इसे डायबिटीज को दूर करने का एक प्राकृतिक उपचार माना जाता है। डा‍यबिटीज से पी‍ड़ि‍त व्‍यक्तियों को इसका सेवन करना चाहिए।

किडनी की पथरी के लिए उपाय

किडनी से पथरी को दूर करने के लिए भी अल्‍फा-अल्‍फा का उपयोग किया जा सकता है। किडनी की पथरी को गलाकर निकालने में विटामिन ए, सी, ई और जिंक मददगार साबित होते है। इन सब विटामिन और मिनरल को आप अल्फा-अल्‍फा पाउडर और अल्फा-अल्‍फा स्प्राउट में पा सकते हैं।

गंजेपन और बालों के झड़ने का प्राकृतिक उपचार

अल्‍फा-अल्‍फा का रस और बराबर मात्रा में ही गाजर और सलाद (Lettuce) के पत्तों को मिलाकर नियमित रूप से बालों में लगाइए। इससे आपके बालों के विकास में मदद मिलती है। पोषक तत्‍वों से समृद्ध यह रस बालों के विकास और बालों के झड़ने की रोकथाम के लिए विशेष रूप से उपयोगी होता है।

मासिक धर्म से जुड़ी परेशानियों में लाभकारी

अल्‍फा-अल्‍फा का इस्‍तेमाल महिलाओं के लिए भी बहुत उपयोगी होता है। अल्‍फा-अल्‍फा में मौजूद एस्ट्रोजेनिक गुण के कारण यह महिलाओं में मासिक धर्म के दौरान होने वाले लक्षणों और दर्द को कम करने का बहुत ही प्रभावी उपाय है।

श्वास संबंधी रोगों को इलाज

अल्‍फा-अल्‍फा का जूस क्‍लोरोफिल का बहुत अच्‍छा स्रोत है इसलिए यह सांस से जुड़ी परेशानियों के उपचार में भी कारगर होता है। सांस की तकलीफ विशेष रूप से फेफड़ो और साइनस के कारण होने वाली समस्‍याओं के समाधान के लिए इसके जूस का इस्‍तेमाल किया जाता है।

उच्‍च रक्तचाप में अल्‍फा-अल्‍फा

उच्च रक्तचाप का उपचार, अल्‍फा-अल्‍फा के स्‍वास्‍थ्‍य लाभों में से एक और लाभ है। इसके सेवन से कठोर धमनियों को नर्म करने में मदद मिलती है जिससे उच्‍च रक्तचाप को प्राकृतिक रूप से कम किया जा सकता है।

पेट के रोगों की औषधि

अल्‍फा-अल्‍फा का उपयोग पेट से संबधित बीमारियों के इलाज के लिए एक औषधि के रूप में किया जाता है। नियमित रूप से थोड़ी मात्रा में अल्‍फा-अल्‍फा के बीज का सेवन करने से भी पेट की बीमारियों से लड़ने के खिलाफ इम्युनिटी मजबूत होती है। आप अल्‍फा-अल्‍फा का इस्‍तेमाल चाय के रूप में भी कर सकते हैं।

मोटापा कम करें

अगर आप अपना वजन कम करने की कोशिश कर रहे हैं, तो अल्‍फा-अल्‍फा स्‍प्राउट्स आपके लिए स्वस्थ और स्वादिष्ट विकल्‍प हो सकता है। अल्‍फा-अल्‍फा स्‍प्राउट्स एक आदर्श कम कैलोरी आहार है। जो चीनी, वसा, संतृप्त वसा या कोलेस्ट्रॉल से मुक्त होता हैं। यह कुरकुरा खाद्य फाइबर और प्रोटीन से भरपूर होता है इसलिए इसको खाने के बाद आपको परिपूर्णता का एहसास लंबे समय तक होता है।

सफ़ेद दाग का इलाज

रिजका (Alfalfa) सौ ग्राम, रिजका सौ ग्राम ककडी का रस मिलाकर पियें सफ़ेद दाग में बहुत आराम मिलता हैं।


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